Option Buying vs Option Selling

Option Buying vs Option Selling: कौन बनाता है असली पैसा?

Option Trading में असली खेल कहां है?

भारत में पिछले कुछ सालों में Option Trading एक क्रेज़ बन चुकी है। ज्यादातर लोग मोबाइल पर Chart देखते हैं, YouTube पर वीडियो देखते हैं, टेलीग्राम के ग्रुप जॉइन करते हैं और फिर सीधे Option Buy कर देते हैं, क्योंकि Premium कम लगता है और Profit अनलिमिटेड का सपना दिखता है।

दूसरी तरफ कुछ लोग कहते हैं कि असली पैसा Option Selling में है, क्योंकि Sellers लगभग हर सप्ताह पैसा कमाते हैं और उनका जीतने का चांस ज्यादा होता है। लेकिन क्या यह सच है? क्या Buyers पैसा खोते हैं और Sellers हमेशा जीतते हैं? या इसके पीछे कुछ और logic है?

सच यह है कि Option Buying और Option Selling दोनों में पैसा कमाया जा सकता है, लेकिन दोनों की अलग Role, अलग Psychology, अलग Risk और अलग Expectation होती है। समस्या तब होती है जब लोग बिना समझे किसी एक साइड को “best” मानकर उसी में कूद जाते हैं।

यह आर्टिकल आपको पूरी Clarity देगा कि Buying किसके लिए सही है और Selling किसके लिए सही है, कौन ज्यादा जीतता है, असली पैसा कहां बनता है और क्यों Market में हर साइड का अपना समय होता है।

इस आर्टिकल में मैं आपको आसान उदाहरण के साथ समझाउंगा जिससे आप चाहे नए हों या अनुभवी, आप Options का असली गेम समझ जाएंगे।

 

Option Buying क्या है? (What is Option Buying)

Option Buying का मतलब है कि आप Premium देकर Contract खरीदते हैं। Buyer को Future में एक तय कीमत पर शेयर या Index खरीदने या बेचने का अधिकार मिलता है, लेकिन कोई मजबूरी नहीं होती।

Option Buyer के लिए सबसे बड़ा फायदा यह है कि नुकसान Limited होता है और मुनाफा अनलिमिटेड हो सकता है। नई पीढ़ी के Traders, Option Buying इसलिए पसंद करते हैं क्योंकि इसमें Entry सस्ती होती है। 20 रुपये का Call खरीदकर 200 का Profit मिल जाए तो Capital 10 गुना हो जाता है। लेकिन यहीं कई बार लोग गलतफहमी में आकर सोचते हैं कि हर Trade ऐसा होगा।

Option Buying का असली सच यह है कि इसमें जीतने के लिए Market का तेज़ Movement जरूरी है, जिसे हम Momentum कहते हैं। अगर Market एक जगह अटक जाए या धीमी चाल चले, तो Buyer का Premium Time Decay की वजह से पिघल जाता है। इसलिए Buyer को Speed चाहिए, और Options Trading में Speed हर दिन नहीं मिलती।

 

Option Selling क्या है? (What is Option Selling)

Option Selling में आप Premium लेकर Contract बेचते हैं। Seller Buyer को अधिकार बेचता है और खुद जिम्मेदारी लेता है कि अगर Buyer Exercise करेगा तो उसे Settlement करवाना होगा।

Option Selling में एक खास चीज होती है, जिसे समझना जरूरी है। Market ज्यादातर समय एक Range में घूमता है और बड़ा Movement कम ही आता है। यही कारण है कि Sellers ज्यादातर Time जीतते हैं। Seller के पास Time Decay का फायदा होता है, Premium उसके Favour में काम करता है और Profits Slow But Steady आते हैं।

Seller को नुकसान तब होता है जब Market अचानक एक तरफ भाग जाए। ऐसे समय में Seller की Liability बढ़ सकती है। इसलिए Selling हमेशा बड़े Capital और Strict Risk Management वाले लोगों के लिए होती है।

Option Selling में जीतने का Ratio Buyer से काफी ज्यादा होता है, लेकिन Risk भी Theoretically Unlimited होता है। इसलिए यह काम वही लोग कर सकते हैं जो Experienced हों या जिनके पास Discipline और Capital हो।

 

Option Buying कैसे काम करता है? (How Option Buying Works)

Buying समझने के लिए एक Simple Example लेते हैं।

मान लीजिए Nifty 22000 पर है
आपको लगता है कि कल Market तेजी करेगा
आप 22100 Call Option 50 रुपये Premium पर खरीदते हैं

आपकी Total लागत = 50 × lot size (50)
Total Cost = 2500 रुपये

Situation 1
अगर अगले दिन Nifty तेजी करके 22250 पहुंच गया
आपका मुनाफा = intrinsic value minus premium
= (22250 – 22100) minus 50 = 100 points profit

Situation 2
अगर Nifty वही रुका या थोड़ा सा ही चला तो समय बीतने के साथ आपका premium 50 से 20 आ जाएगा
आप 30 points loss में होंगे

Situation 3
अगर Nifty गिर गया तो आपका पूरा premium zero भी हो सकता है

Option Buyer का profit movement पर depend करता है, और risk premium तक सीमित रहता है।

 

Option Selling कैसे काम करता है? (How Option Selling Works)

Seller का फायदा तभी होता है जब Market उसके खिलाफ fast न दौड़े।

उदाहरण
आपको लगता है कि Nifty कल 22200 के ऊपर नहीं जाएगा
आप 22200 Call को 60 रुपये पर बेच देते हैं
Lot size = 50
आपको upfront 3000 रुपये मिलते हैं

Situation 1
अगर Nifty नीचे रहा या थोड़ा सा ही ऊपर गया
Option का premium धीरे-धीरे घटेगा और zero की तरफ जाएगा
आप पूरा premium profit रखेंगे यानी 3000 रुपये

Situation 2
अगर Nifty अचानक 300 points ऊपर भाग गया
आपका loss बढ़ता जाएगा
आपको तुरंत position काटनी होगी वरना बड़े loss का risk रहेगा

यही reason है कि sellers risk control पर पूरा focus रखते हैं।

 

Option Buyer और Option Seller की मनोस्थिति (Trader Psychology in Options)

Buyer
कम पैसे से बड़ा profit चाहता है
जल्दबाजी और excitement ज्यादा
Zerodha के आंकड़ों के अनुसार अधिकांश Buyers Premium loss में जाते हैं
Buyer को candle की speed चाहिए

Seller
Slow और steady income चाहता है
Discipline और patience ज्यादा
Selling एक business की तरह चलती है
Seller premium को ऐसे खाता है जैसे दुकान वाला हर दिन cash register बंद करता है

Buyer actor है और Seller director है

 

Option Buying vs Option Selling: असली अंतर क्या है?

Capital Requirement

Buyer
कम capital
500 रुपये से 2000 रुपये में भी Buy कर सकता है

Seller
उच्च capital requirement
Margin में 1 लाख से 2 लाख भी लग जाता है

Probability of Winning

Buyer
लगभग 30 percent
Market में movement चाहिए

Seller
लगभग 70 percent
Market range bound भी हो तो profit आता है

Risk

Buyer
Limited risk
premium तक loss

Seller
Unlimited risk
बड़ा movement आते ही खतरा

Reward

Buyer
Unlimited reward
trend पकड़ लिया तो jackpot

Seller
Limited reward
premium जितना ही profit

 

कौन ज्यादा कमाता है? असली सच

ये बात सच है कि Seller लगातार अच्छा पैसा बनाता है, क्योंकि time decay उसके favour में रहता है। लेकिन Buyer भी जल्दी बड़ा profit कमा सकता है, अगर वह सही दिन right movement पकड़ ले। Market में बड़ी कमाई उन traders की होती है जो दोनों sides को समझते हैं और market condition के हिसाब से अपनी strategy बदलते हैं।

 

Option Buying से पैसा कैसे कमाते हैं? (How to Earn from Option Buying)

Options Buying सिर्फ तब profit देगा जब इन conditions में से कोई एक हो।

1. Market fast move करे

2. बड़ा break out या break down आए

3. News के बाद sudden momentum आए

4. आप trend की शुरुआत पकड़ लें

5. सही entry और exit discipline हो

6. केवल liquid contracts जैसे Nifty Banknifty पर trade करें

7. Stop loss हमेशा रखें

8. Premium cheap हो लेकिन reason वाला हो

9. Expiry के बहुत पास ना खरीदें

10. सिर्फ एक या दो trades दिन भर में लें

 

Buyer का असली हथियार momentum होता है। अगर momentum नहीं आया, तो premium पिघल जाता है।

 

Option Selling से पैसा कैसे कमाते हैं? (How to Earn from Option Selling)

Seller range-bound market में भी profit बनाता है।

Selling में profit तब आता है जब

1. Market side ways हो

2. Low volatility हो

3. आप deep out of money options बेचें

4. Stop loss strict हो

5. आप hedge करके sell करें

6. Expiry week में controlled trade करें

7. Trend reversal न पकड़ें

8. Charts पर price action समझते हों

9. Option chain पढ़ना आता हो

10. Liquidity उँची हो

 

Seller के पास winning edge होता है क्योंकि time decay उसकी income है।

 

Option Buyer किन लोगों के लिए सही है?

Option Buying सही है अगर

आपका capital कम है
आप high speed movement पकड़ सकते हैं
आप को chart पढ़ना आता है
आप छोटे छोटे SL के साथ discipline में trade कर सकते हैं
आपके पास patience है

 

Option Seller किन लोगों के लिए सही है?

Option Selling सही है अगर

आपके पास बड़ा capital है
आप high risk handle कर सकते हैं
आप disciplined trader हैं
आप daily steady income चाहते हैं
आप hedging जानते हैं

 

Option Buying और Option Selling एक साथ कब काम आता है?

Professional traders दोनों strategies use करते हैं। वे trending market में Buying और slow market में Selling करते हैं। यही असली smart trading है।

 

10 FAQs: Option Trading के आम-सवाल और उनके जवाब

 

Q1. Option Buyer को ज्यादा loss क्यों होता है?
क्योंकि time decay premium घटा देता है।

Q2. Option Seller हमेशा जीतता है क्या?
नहीं, बड़ी movement आए तो Seller हारी भी सकता है।

Q3. क्या कम capital वाला Selling कर सकता है?
नहीं, margin requirement बहुत ज्यादा होती है।

Q4. क्या Option Buyer intraday में profit कमा सकता है?
हाँ, लेकिन उसे fast movement चाहिए।

Q5. Selling में सबसे बड़ा risk क्या है?
Market का sudden opposite direction move।

Q6. Buying या Selling कौन better है?
यह market condition पर depend करता है।

Q7. Beginners के लिए क्या सही है?
शुरुआत Buying से करें और Selling बाद में सीखें।

Q8. क्या Option Trading से regular income बन सकती है?
Option Selling से steady income बन सकती है।

Q9. क्या hedging जरूरी है?
Selling करते समय hedging must है।

Q10. क्या हर दिन trading करनी चाहिए?
नहीं, सिर्फ high probability days पर trade करें।

 

निष्कर्ष (Conclusion)

Option Buying और Option Selling दोनों ही शेयर बाजार के बेहद शक्तिशाली टूल हैं, लेकिन दोनों के खेल और दोनों की कमाई का तरीका एक-दूसरे से पूरी तरह अलग है। Buying में आपका जोखिम कम होता है, नुकसान सिर्फ प्रीमियम तक सीमित रहता है, और अगर मार्केट आपकी दिशा में तेज़ी से भाग जाए तो छोटा सा पैसा कई गुना बन सकता है। लेकिन इसमें लगातार जीतना मुश्किल है क्योंकि Time Decay हर दिन प्रीमियम खा जाता है।

दूसरी तरफ Option Selling में कमाई कम-से-कम 60%–70% समय पर स्टेबल मिलती है, लेकिन एक गलत मूव पूरा अकाउंट हिला सकता है। यही वजह है कि Selling सिर्फ उन्हीं लोगों के लिए सही है जो बड़ा पूंजी, सही जोखिम प्रबंधन, hedging का ज्ञान और अनुशासन रखते हैं। इसलिए एक नए ट्रेडर के लिए शुरुआत हमेशा Buying से ही होनी चाहिए ताकि नुकसान सीमित रहे और मार्केट की समझ बन सके। और जैसे-जैसे अनुभव बढ़े, तब धीरे-धीरे Safe Strategies के साथ Selling में कदम रखा जा सकता है।

आखिर में असली पैसा वही बनाता है जो जल्दबाजी नहीं करता, हर ट्रेड को प्लान करता है, छोटी गलतियों से सीखता है और Risk Management को अपने ट्रेडिंग सिस्टम का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा बनाता है।

 

Disclaimer

यह आर्टिकल केवल शिक्षा के उद्देश्यों के लिए है। Option Trading उच्च जोखिम वाला segment है। निवेश या trading का निर्णय लेने से पहले market और risk को पूरी तरह समझें।

 

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1 thought on “Option Buying vs Option Selling: कौन बनाता है असली पैसा?”

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