Option Trading की दुनिया में दो बड़े खिलाड़ी होते हैं, पहला Option Buyer और दूसरा Option Seller। Buyer छोटे पैसे में बड़ा मौका खरीदता है, जबकि Seller बड़ा पैसा कमाने के लिए Buyer का Risk अपने ऊपर लेता है। ज्यादातर Beginners Option Buying से शुरुआत करते हैं क्योंकि प्रीमियम कम लगता है, लेकिन समय के साथ उन्हें पता चलता है कि बाजार में असली कमाई अक्सर Sellers ही करते हैं।
अगर आपने कभी Telegram ग्रुप, WhatsApp चैट या YouTube पर option trading की बातें सुनी हों, तो आपने अक्सर यही सुना होगा कि लोग Call Option खरीद रहे हैं या Put Option खरीद रहे हैं। यानी ज़्यादातर लोग सिर्फ Buyer बनते हैं। लेकिन सच क्या है?
सच ये है कि Option Market का 70-80 प्रतिशत पैसा Option Sellers कमाते हैं, न कि buyers।
Buyer एक उम्मीद खरीदता है। Seller उस उम्मीद का उल्टा बेचकर कमाई की कोशिश करता है। Buyer को लगता है कि market ऊपर जाएगा या नीचे जाएगा। Seller को पता होता है कि market ज्यादातर समय ज्यादा नहीं हिलता और premium अपने-आप buyer से seller की जेब में चला आता है।
आसान शब्दों में कहूं तो Option Selling एक तरह से ऐसा बिज़नेस है जिसमें seller बाजार की चाल के खिलाफ नहीं जाता, बल्कि समय के साथ चलकर कमाई करता है। इसी वजह से professionals, institutions, बड़े ट्रेडर्स हमेशा selling को प्राथमिकता देते हैं। Buying सिर्फ छोटे retail traders करते हैं जो जल्दी profit में आने के लालच में रहते हैं, लेकिन ज्यादातर बार premium खत्म हो जाता है।
लेकिन Option Selling जितनी कमाई वाली दिखती है, उतनी ही जोखिम भरी भी है। इसलिए इसे समझना बहुत जरूरी है। यह आर्टिकल आपको Option Selling को एकदम सरल भाषा में, वास्तविक उदाहरणों, और deep explanation के साथ समझाएगा।
Option Selling क्या होती है? (What is Option Selling)
Option Selling का मतलब है कि आप किसी Buyer से Premium लेकर उसे अधिकार देते हैं कि वह expiry तक किसी भी समय आपसे buy या sell कर सकता है।
Buyer को अधिकार मिलता है, लेकिन Seller को ज़िम्मेदारी।
अगर Buyer loss में होता है, तो Seller का profit तय होता है।
अगर Buyer को बड़ा फायदा हुआ, तो कभी-कभी Seller को बेहद बड़ा नुकसान भी हो सकता है।
Option Selling को समझने के लिए इसे दुकानदारी की तरह समझें।
आप एक दुकान खोलते हैं और लोग आकर आपको advance में पैसे दे देते हैं कि अगर उन्हें जरूरत होगी तो वे आपका समान खरीदेंगे। अगर वे वापस नहीं आते, तो पैसा आपका हो गया। अगर आए और सामान महंगा पड़ गया, तो आपको अपनी जेब से देना पड़ेगा।
Option Selling भी बिल्कुल ऐसी ही है। Buyer आपको Premium देता है। अगर बाजार उसकी उम्मीद के हिसाब से नहीं चलता, तो पूरा Premium आपका profit बन जाता है।
Option Selling कैसे काम करती है?
Option Selling का पूरा सिस्टम तीन चीज़ों पर चलता है:
1. Premium
2. Strike Price
3. Expiry
Seller Premium लेता है और Contract बेच देता है। अगर Market उस Strike Price के आसपास भी नहीं गया, Seller आराम से Premium खा जाता है। इसलिए Sellers का एक बहुत बड़ा फायदा है, Time उनके साथ है।
Market चाहे ऊपर जाए या नीचे, एक समय पर premium धीरे-धीरे खत्म होता जाता है। इसीलिए दुनिया भर में 70% Traders Option Selling की तरफ आते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि Time Decay ही उनकी कमाई है।
लेकिन ये बात भी सच है कि Option Sell करते समय एक गलत दिशा में तेज़ मूव पूरी कमाई मिटा सकता है।
Option Selling का Real Example
मान लीजिए Nifty अभी 22500 पर है।
आपको लगता है कि ये आज 22900 नहीं जाएगा।
तो आपने 22900 CE बेच दिया और Premium है ₹20
Lot size 50 है।
आपको शुरुआत में ही 20 × 50 = ₹1000 मिल गया।
अगर Market 22900 के नीचे रहता है, तो पूरा Premium आपका profit
अगर Market तेजी से ऊपर जाता है और 22900 को तोड़ देता है, तो risk बढ़ने लगता है। यही Option Selling का असली खेल है।
Seller को बड़ा reward मिलता है, लेकिन risk theoretically unlimited कहा जाता है, इसलिए इस skill को सावधानी से सीखना जरूरी है।
Option Selling के फायदे
Option Selling की ताकतें कई हैं। इन्हें detail में समझते हैं।
पहला फायदा: Time आपके साथ होता है
हर दिन बीतने के साथ-साथ premium घटता है, जिसे time decay कहते हैं।
Buyer घबराता है लेकिन Seller को confidence आता है क्योंकि premium उसका दुश्मन नहीं है।
दूसरा फायदा: Market sideways भी चले तो profit बनता है
Buyer को profit तभी मिलता है जब price ऊपर या नीचे बड़ी तेजी से जाए।
Seller को फर्क नहीं पड़ता कि market ऊपर जाए या नीचे या बिल्कुल भी न हिले।
Sideways market में seller की कमाई आसान होती है।
तीसरा फायदा: High Probability Trades
Option Sellers अक्सर ऐसे trades लेते हैं जिनमें जीत की संभावना 60 से 75% तक होती है।
Buyer की probability बहुत कम होती है।
चौथा फायदा: Premium Income
हर expiry या हर हफ्ते steady income बनाई जा सकती है।
Professional traders इसीलिए selling करते हैं।
Option Selling के नुकसान (Very important for beginners)
पहला नुकसान: Unlimited Loss Risk
अगर market sharply एक दिशा में भाग गया, seller भारी नुकसान कर सकता है।
इसलिए stop loss और hedging जरूरी होती है।
दूसरा नुकसान: High Margin Requirement
Selling करने के लिए आपके खाते में अच्छा खासा पैसा चाहिए।
Buying में प्रीमियम कम लगता है, selling में margin ज्यादा चाहिए।
तीसरा नुकसान: Trend का गलत अनुमान
Seller sideways market पसंद करता है, लेकिन trending market में बेचने की गलती आपको नुकसान करा सकती है।
चौथा नुकसान: Hedge न करना
Beginners अक्सर naked selling करते हैं यानि बिना hedge
यह बहुत dangerous है।
Option Selling में सफल कैसे बनें?
हमेशा hedge के साथ sell करें
एक call बेचने के साथ एक higher strike कॉल खरीदना जरूरी है।
यही spread strategy है जिससे बड़ा नुकसान रुकता है।
Market trend पहचानें
Trending दिन में sell करना बेहद risky है।
Sideways या slow day में selling सही होती है।
Stop Loss लगाना अनिवार्य है
SL वह चीज है जो sellers को बचाती है।
अगर trade गलत जा रहा हो तो तुरंत निकल जाना चाहिए।
केवल liquid contracts चुनें
Nifty, BankNifty, FinNifty और 4–5 big stocks।
Illiquid stock में sell करना सीधा नुकसान मोल लेना है।
Margin में पूरी planning होना जरूरी है
Margin requirement check करें। Adjustment करने के लिए margin बचा कर रखें।
Option Buyer vs Option Seller: कौन जीतता है?
यह सबसे बड़ा सवाल है लेकिन सही जवाब यह है कि दोनों जीत सकते हैं अगर वे उस skill को जानते हों जो उनकी तरफ से चाहिए।
Buyer तेज़ मूव पकड़कर jackpot बनाता है।
Seller steady income बनाता है।
Buyer छोटी पूंजी से बड़ा profit बनाता है।
Seller बड़ी पूंजी से steady income बनाता है।
लेकिन statistically देखा जाए तो sellers की जीत की दर ज्यादा होती है क्योंकि:
1. Time decay seller को फायदा देता है
2. Market 70 प्रतिशत समय sideways रहता है
3. Premium घटता है
4. Small move में buyer को नुकसान और seller को फायदा
इसीलिए कहा जाता है कि असली कमाई seller करता है, लेकिन गलत दिन भारी नुकसान भी उसी का होता है।
Option Selling Strategies (Beginners के लिए)
Credit Spread
Risk defined strategy
एक strike बेचो और उससे आगे वाली खरीद लो।
Iron Condor
Sideways market के लिए Best strategy
Call और Put दोनों तरफ premium collect
Short Strangle
High risk but high reward
Trend आने पर नुकसान भारी
Covered Call
Safe strategy, अगर आपके पास already shares हैं।
Beginners कहाँ गलती करते हैं?
Trend जाते हुए Sell कर देते हैं
बिना hedge के sell कर देते हैं
Margin कम होता है
Stop Loss नहीं लगाया होता
OTM options में फँस जाते हैं
Telegram और YouTube tips पर trade करते हैं
Option Selling skill है इसलिए बिना समझे मत करना।
FAQs: Option Selling से जुड़े आम सवाल और उनके जवाब
Q1. Option Selling risky क्यों मानी जाती है?
क्योंकि loss theoretically unlimited हो सकता है।
Q2. Option Selling शुरू करने के लिए कितना capital चाहिए?
कम से कम 50,000 to 1 lakh hedge strategy के लिए।
Q3. क्या beginners को selling करनी चाहिए?
नहीं, पहले buying और फिर spreads सीखें।
Q4. क्या Option Selling से monthly income हो सकती है?
हाँ, लेकिन disciplined trading के साथ।
Q5. क्या stop loss seller के लिए जरूरी है?
हाँ, यह सबसे जरूरी है।
Q6. क्या naked selling सही है?
बिल्कुल नहीं, यह dangerous है।
Q7. क्या option selling sideways market में best है?
हाँ, sideways market seller का best दोस्त है।
Q8. Option buyer और option seller, कौन ज्यादा कमाता है?
खराब market में buyer; stable market में seller।
Q9. क्या hedge strategy loss रोकती है?
हाँ, loss सीमित हो जाता है।
Q10. क्या expiry के दिन sell करना सही है?
बहुत risky है, beginners avoid करें।
निष्कर्ष (Conclusion): Option Selling सच में किसके लिए है?
Option Selling शुरुआत में सुनने में आसान लगता है क्योंकि premium मिलता है, success ratio भी ज्यादातर sellers के पक्ष में रहता है और छोटी-छोटी लगातार कमाई दिखती है। लेकिन सच यही है कि Option Selling एक ऐसा खेल है जहाँ छोटा profit और बड़ा risk हमेशा साथ चलता है। यही वजह है कि दुनिया के professional traders और institutions तो selling को strategy के रूप में इस्तेमाल करते हैं, लेकिन beginners इसमें सीधा कूदकर गलती कर बैठते हैं।
अगर आपके पास छोटा capital है, risk control नहीं आता, stop loss का discipline नहीं है, margin की समझ नहीं है, volatility का अंदाज़ा नहीं है, या emotional stability कमजोर है—तो option selling आपको financially हिला सकती है। एक wrong trade कई महीनों की कमाई खा सकता है।
लेकिन अगर आप:
• बाजार को समझते हैं
• सिर्फ liquid indices में trade करते हैं
• stop loss और risk सीमित रखते हैं
• events और high volatility से बचते हैं
• और एक strict plan follow करते हैं
तो option selling आपको slow, steady और consistent छोड़कर जाती है, जैसे एक monthly earning system
सही trader वही है जो ये समझता है कि बाज़ार probability पर चलता है, overconfidence पर नहीं। Option selling में कमाई है, stability है, लेकिन यह सिर्फ उन लोगों के लिए है जो इसे business की तरह चलाना समझते हैं, shortcut की तरह नहीं।
अगर आप beginner हो, पहले कुछ महीनों तक सिर्फ सीखो, charts पढ़ो, option chain समझो, data interpret करना सीखो और एक demo selling system पर काम करो। जब confidence और clarity आ जाए, तब छोटे capital से controlled selling की शुरुआत करो।
Market हमेशा reward उसी को देता है जो धैर्य, अनुशासन और risk-management को अपना हथियार बनाता है।
Disclaimer
यह लेख केवल शिक्षा और जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। Share market में किसी भी प्रकार का निवेश या trading आपकी जिम्मेदारी पर होता है। किसी भी financial निर्णय से पहले अपने सलाहकार से सलाह लें।
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